एक कीमती सा ख्वाब कोई टूटा जो है ,
दिल के कतरे कतरे में दर्द ने डेरा बनाया हो जैसे
जिन अँखियों को अब सिर्फ अंधेरों ने घेरा
चढ़ते सूरज का दीदार क्या होगा उन्हें किसी सवेरा ?
एक कीमती सा ख्वाब कोई टूटा जो है ,
दूर तू बहुत दूर तो चला गया मुझसे
जुदा हो कर भी दिल से फिर जुड़ा सा क्यों है ?
एक कीमती सा ख्वाब टूटा जब है...
दिल के कतरे कतरे में दर्द ने डेरा बनाया हो जैसे
जिन अँखियों को अब सिर्फ अंधेरों ने घेरा
चढ़ते सूरज का दीदार क्या होगा उन्हें किसी सवेरा ?
एक कीमती सा ख्वाब कोई टूटा जो है ,
दूर तू बहुत दूर तो चला गया मुझसे
जुदा हो कर भी दिल से फिर जुड़ा सा क्यों है ?
एक कीमती सा ख्वाब टूटा जब है...
Can feel the pain of losing a dear one. Very heavy words, Puji.
ReplyDeleteNo words, but only time can heal these wounds.
May u find strength in these tough times..
keemti hai khwaab tumhara..
Doosro ko is-ki kya keemat?
Bhool ja tera kal, tu ek nayi raah chal..
Ummeed ki mashaal jala kar,
tu is dard ke andhero se baahar nikal..
Tujhe Zindagi hai pukaarti,
sunnn...
Tu ab Naye Khwaab bunn!
Hi Dreaming Wanderer,
DeleteYou're very right when you say ,
'keemti hai khwaab tumhara..
Doosro ko is-ki kya keemat?'
Thanks for such lovely and inspiring lines. :)
Puji..