एक कीमती सा ख्वाब कोई टूटा जो है ,
दिल के कतरे कतरे में दर्द ने डेरा बनाया हो जैसे
जिन अँखियों को अब सिर्फ अंधेरों ने घेरा
चढ़ते सूरज का दीदार क्या होगा उन्हें किसी सवेरा ?
एक कीमती सा ख्वाब कोई टूटा जो है ,
दूर तू बहुत दूर तो चला गया मुझसे
जुदा हो कर भी दिल से फिर जुड़ा सा क्यों है ?
एक कीमती सा ख्वाब टूटा जब है...
दिल के कतरे कतरे में दर्द ने डेरा बनाया हो जैसे
जिन अँखियों को अब सिर्फ अंधेरों ने घेरा
चढ़ते सूरज का दीदार क्या होगा उन्हें किसी सवेरा ?
एक कीमती सा ख्वाब कोई टूटा जो है ,
दूर तू बहुत दूर तो चला गया मुझसे
जुदा हो कर भी दिल से फिर जुड़ा सा क्यों है ?
एक कीमती सा ख्वाब टूटा जब है...